अधिवृक्क ग्रन्थि का अर्थ
[ adhiverikek garenthi ]
अधिवृक्क ग्रन्थि उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक अंतःस्रावी ग्रंथि:"अधिवृक्क ग्रंथि प्रत्येक गुरदे के ऊपर स्थित होती है"
पर्याय: अधिवृक्क ग्रंथि, अधिवृक्क, एड्रीनल ग्रंथि, सुप्रारीनल ग्रंथि, एड्रीनल ग्रन्थि, सुप्रारीनल ग्रन्थि, एड्रीनल, सुप्रारीनल
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- संकोच का अनुभव होते ही हमारी अधिवृक्क ग्रन्थि से , ऐड्रिनलीन का स्राव होने लगता है.
- यह आसन अधिवृक्क ग्रन्थि , उपवृक्क ग्रन्थि एवं पित्त के स्राव का नियमन करता है।
- अधिवृक्क ग्रन्थि ( अंग्रेज़ी:Suprarenal gland) कशेरुकी जीवों में पायी जाने वाली एक प्रकार की ग्रन्थि होती है।
- संकोच का अनुभव होते ही हमारी अधिवृक्क ग्रन्थि से , ऐड्रिनलीन का स्राव होने लगता है .
- जब हम डरते या घबराते हैं तो हमारा मस्तिष्क , हमारे केंद्रीय स्नायु तन्त्र या सैंट्रल नरवस सिस्टम को चौकन्ना कर देता है जिससे हमारी नाड़ियां सक्रिय हो उठती हैं और हमारे ऐड्रिनल ग्लैंड या अधिवृक्क ग्रन्थि से ऐपाइनफ़्राइन का रिसाव होने लगता है .
- भरत जी जब हम डरते या घबराते हैं तो हमारा मस्तिष्क , हमारे केंद्रीय स्नायु तन्त्र या सैंट्रल नरवस सिस्टम को चौकन्ना कर देता है जिससे हमारी नाड़ियां सक्रिय हो उठती हैं और हमारे ऐड्रिनल ग्लैंड या अधिवृक्क ग्रन्थि से ऐपाइनफ़्राइन का रिसाव होने लगता है.